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भविष्य में होने वाली घटनाक्रम

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Updated On: 01-09-2021 05:28 AM

दीर्घकालिक रणनीतियाँ

टेक पोर्ट की दीर्घावधि रणनीति पर्याप्त बुनियादी ढांचा और प्रतिस्पर्धी टैरिफ होगी |

  • अतिरिक्त बुनियादी ढांचा
  • 14 मीटर्स डुबाव वाले जलयानो के प्रहस्तन हेतु चैनल को गहरा करना |
  • 20/25 टन क्षमता वाली आठ ईईएल क्रेनों का अधिष्ठापन |
  • वाडीनार में गहरे डुबाव वाले बहु-उद्देशीय घाट |
  • 13वें नौभार घाट का प्रारंभ |
  • बीओटी आधार पर कन्टेनर टर्मिनल का विकास |
  • विभिन्न पोर्ट सेवाओं का निजीकरण |
  • ई-ग्राहक संबंध प्रबंधन |
  • विभिन्न ऐसे निर्यातकों / आयातकों के साथ दीर्घकालिक अनुबंध करना जो यातायात की गारंटी देते हैं | पोर्ट द्वारा आवश्यक बुनियादी ढांचा और अन्य प्रहस्तन सुविधाएँ प्रदान करना तथा ऐसे दीर्घकालिक अनुबंधों के लिए अलग टैरिफ नियत करना |
  • यातायात को बढ़ाने के लिए बीओटी आधार पर विभिन्न निर्यातकों / आयातकों को मौजूदा बुनियादी सुविधायें प्रदान करना |

मध्यम अवधि रणनीतियाँ

  • बल्क, ब्रेक-बल्क, कंटेनर एवं तरल नौभार के प्रहस्तन के लिए आधारभूत सुविधाओं का विस्तार |
  • 12वें नौभार घाट का प्रारंभ |
  • 13 मीटर डुबाव वाले जलयानों के प्रहस्तन के लिए चैनल को गहरा करना |
  • 4300 मी.टन क्षमता वाले दो नए गोदामो का प्रारंभ |

अल्पावधि रणनीतियाँ

वर्तमान परिदृश्य के तहत, दीनदयाल पोर्ट की अल्पावधि रणनीति वर्तमान नौभार और ग्राहकों को बनाए रखने की होगी | वर्तमान नौभार में वृद्धि दर और मौजूदा ग्राहकों की संगठनात्मक वृद्धि से दीनदयाल पोर्ट का विकास होगा इसलिए दीनदयाल पोर्ट द्वारा अल्पावधि संबंध अपनाया गया है |

  • न्यूनतम लागत रणनीति |
  • पोर्ट की क्षमता के आधार पर नौभार का प्रतिधारण |
  • कमजोरियो और संभावित खतरों से निपटने के लिए प्रयास करना |
  • एक अग्र-सक्रिय विपणन रणनीति अपनाना |
  • पोर्ट के मौजूदा ढांचागत सुविधाओं का विस्तार |
  • भारी मात्रा में नौभार के भंडारण के लिए सीमा शुल्क आबध्द क्षेत्र के विस्तार को 76.5 हेक्टेयर क्षेत्र तक बढ़ाने का कार्य पहले से ही प्रगति पर है और इस परियोजना की कुल लागत 15 करोड़ रुपये है| इस योजना के प्रारंभ के बाद, इसमें 10 लाख टन भंडारण क्षमता बढ़ जाएगी और यह योजना वर्ष 2022 तक पूर्ण होने की संभावना है |
  • इस क्षेत्र में 10 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर रेलवे साइडिंग सुविधाएँ प्रदान करने की भी योजना है |
  • 12 मीटर डुबाव वाले जलयानों के प्रहस्तन के लिए निकर्षण कार्य योजनाबद्ध है और इसकी वजह से बल्क नौभार के पार्सल आकार और बड़े कन्टेनर जलयान की संख्या बढ़ाने की योजना है |
  • वाडीनार में यूएलसीसी के प्रहस्तन के लिए 20 करोड़ रुपये की लागत से एक 50 टन बीपी की कर्षनौका खरीदी जा रही है |
  • 88000 टन के अतिरिक्त नौभार के भंडारण के लिए 40000 वर्ग मीटर के खुले स्टैकिंग क्षेत्र सहित बंदर बेसिन पर 210 मीटर क्वे फेस बार्ज प्रहस्तन सुविधा का निर्माण किया जायेगा | इस योजना की अनुमानित लागत 18.97 करोड़ रुपये है और यह संभवत: मार्च 2003 तक पूर्ण हो जाएगी |
  • अंत-प्रदेश क्षेत्रों से लगभग 130 किमी. दूरी कम करने के लिए सामखियाली-पालनपुर रेलवे ट्रैक को 342.96 करोड़ रुपये की लागत से एसपीवी के माध्यम से ब्रॉड गेज में परिवर्तन किया जाएगा | दीनदयाल पोर्ट, प्रमोटरों द्वारा अंशदत्त होने वाली परियोजना की 50% अनुमानित लागत का 30% इक्विटी शेयर धारक होने के नाते एसपीवी को 51.44 करोड़ रुपये का अंशदान देगा |
  • पोर्ट से नौभार के तीव्र आवागमन को समर्थ बनाने के लिए 2.00 करोड़ रुपये की लागत पर रेलवे नेटवर्क का आधुनिकीकरण और विस्तार |
  • 6.00 करोड़ रुपये की लागत से चार नए गोदामों का निर्माण किया जा रहा है | 85000 मी. टन की अतिरिक्त भंडारण क्षमता बढ़ जाएगी | नए गोदोमों का निर्माण मार्च 2002 तक पूर्ण हो जाने की संभावना है |
  • 11वें नौभार घाट के लिए 36 करोड़ रुपये के लिए निविदायें प्राप्त हो चुकी हैं | पर्यावरण और वन मंत्रालय से अनुमति प्राप्त होने के बाद न्यूनतम निविदाकार मेसर्स एनईसी लि., विशाखापट्टनम को कार्य आदेश दिया जाएगा |
  • 16 मी. टन क्षमता और 25 मी. टन क्षमता वाली आठ ईएलएल क्रेनों की खरीद से संबंधित योजना 70 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर कार्यान्वित की जा रही है, जिनका अधिष्ठापन एवं कार्यारंभ अक्टूबर 2004 से अक्टूबर 2005 तक होगा |

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